Indicators on Fear Aur Dar Ko Kaise Jeetein – Tantrik Upay & Divya Sadhana You Should Know



मॉडर्न वुमन का फेवरेट लाइफस्टाइल डेस्टिनेशन

ये तो प्रकृति का उसूल है की नया आएगा और पुराना जाएगा. तो हर वक़्त मरने के बारे में सोच सोचकर बिलकुल भी परेशान ना हों, मौत एक दिन सबकी होनी ही है.

अपने डर को एक अवसर की तरह देखे ना की किसी खतरे के समान, जब आप अपने डर (एंजायटी) को अपने फायदे के लिए उपयोग करने लगते हैं तो यह कभी भी आपको हानि नहीं पहुंचा पाता है।

निष्कर्ष आपका डर आपका दुश्मन नहीं है – वह एक शिक्षक है, जो आपको कुछ सिखाने आया है।

कामना अरोड़ा जी बताती हैं कि उन्होंने अपने अंदर के डर को कैसे खत्म किया। साथ ही वे अपने सामाजिक जीवन में अकेली शाकाहारी व्यक्ति थीं और अपने दोस्तों को यह बताने में डर महसूस करती थीं कि कहीं वे लोग उन्हें अस्वीकार ना कर दें। अरोड़ा जी अपने दोस्तों को प्रभावित करने के लिए झूठ बोलती थीं। अपने मानसिक डर का इलाज करने के लिए उन्होंने ध्यान-साधना का सहारा लिया। इससे उन्हें पर्याप्त मानसिक बल मिला और उन्होंने अपने दोस्तों को सच बताया।

खोजें मानसिक डर का इलाज करने के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

इसे लेकर आपकी क्या प्रतिक्रिया होती है? इनके बारे में जानें।

यदि डर आपके जीवन पर हावी हो रहा है, तो एक काउन्सलर से मिलने का विचार करें। एक प्रशिक्षित विशेषज्ञ आपके डर के स्रोत का पता लगाने में मदद कर सकता है और उसका सामना करने के तरीकों को निर्धारित कर सकता है।

हमेशा सकारात्मक रहते हुए ज़िन्दगी को बिताएं. बुरा किसके साथ नहीं होता? सबके साथ होता है. सुख दुःख सबके जीवन में चलते रहते हैं.

दिखावा करना की आपको डर नहीं है बहुत सरल हैं मगर यहां मन बहाने बनाने लगता हैं बजाए मुड़कर डर का सामना करने के आप इससे पीछा छुड़ाने के विषय में सोचने लगते हैं। डर को आगे बढ़ने के कारक की तरह पहचाने ना कि बहाने बनाने के लिए

पर क्या आपको पता है? की इन डर वाली स्थितियों से बचने के चक्कर में ही हम अपने अन्दर के डर को और ज्यादा बढा लेते हैं.

हम जानते हैं कि बच्चों को किसी चीज से डर नहीं लगता, क्योंकि उन्होंने पहले कभी उसे अनुभव नहीं किया होता है। हम जैसे-जैसे बड़े होते हैं, अनुभव लेते हैं तो उन अनुभवों के आधार पर हम डर तय करते हैं। योग और ध्यान साधना ही मन के अंदर व्याप्त डर को दूर करने का मंत्र है। 

जो बीत गया सो बीत गया। अक्सर हम बीती हुई बातों को लेकर चिंता में पड़ जाते हैं जैसे कि अगर कुत्तों से डरते get more info हैं तो पहले कभी कुत्तों से कोई बुरा अनुभव हुआ होगा। 

अपने डर पर पाना चाहती हैं काबू तो इन टिप्स को न करें नज़रअंदाज़

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